
.बीएलके—मैक्स हॉस्पिटल, नई दिल्ली के विशेषज्ञों ने 100 से अधिक स्थानीय लोगों को नि:शुल्क चिकित्सा सुविधाएं दीं
· डॉक्टरों ने बीमारियों की सही समय पर डायग्नोसिस होने के लिए नियमित अंतराल पर डॉक्टरी सलाह लेते रहने की अपील की
अलीगढ़, 27 मार्च, 2022: नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य जांच के महत्व के बारे में जागरूक करने के प्रयास के तहत बीएलके—मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल, नई दिल्ली ने शहर के शेखर सराफ मेमोरियल हॉस्पिटल के सहयोग से आज मल्टी—स्पेशियल्टी मेगा हेल्थ कैंप का आयोजन किया। इसका आयोजन शेखर सराफ मेमोरियल हॉस्पिटल, आगरा रोड, लोधी पुरम कॉलोनी, सासनी गेट, अलीगढ़ में किया गया, जिसमें 100 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया और डॉक्टरी सलाह, चिकित्सा सेवाओं और जांच का लाभ उठाया।
स्वास्थ्य शिविर में आने वाले लोगों को बीएलके—मैक्स हॉस्पिटल, नई दिल्ली के कार्डियोलॉजिस्ट, आॅर्थोपेडिक और यूरोलॉजिस्ट समेत कई सीनियर डॉक्टरों ने चिकित्सा परामर्श दिए। इनमें डॉ. सुभाष चंद्रा, कार्डियोलॉजी के चेयरमैन और एचओडी, डॉ. वाईपीएस राणा, यूरोलॉजी एवं रेनल ट्रांसप्लांट के सीनियर कंसल्टेंट तथा डॉ. भूपेंद्र प्रताप भारती, कंसल्टेंट—आॅर्थोपेडिक्स स्पाइन सर्जरी शामिल थे।
डॉक्टरों ने शेखर सराफ मेमोरियल हॉस्पिटल में अपनी मासिक मल्टीस्पेशियल्टी ओपीडी सेवाएं भी चलाई और स्थानीय लोगों ने दूरदराज के महानगरों की यात्रा किए बगैर अपने आसपास ही विशेषज्ञों की सर्वश्रेष्ठ सलाह पाने का लाभ उठाया।
इस शिविर का मुख्य मकसद लोगों को अपनी नियमित स्वास्थ्य जांच कराते रहने के लिए प्रोत्साहित करना था। शिविर में कई अलग—अलग बीमारियों, इनकी डायग्नोसिस, इलाज तथा परामर्श के महत्व के बारे में बताया गया। शिविर में विभिन्न क्षेत्रों के सीनियर डॉक्टरों ने बीमारियों के बारे में नि:शुल्क सलाह दी और लोगों को संपूर्ण स्वास्थ्य के बारे में बताया।
स्थानीय लोगों को नि:शुल्क ब्लडप्रेशर जांच और ब्लड शुगर सेवाएं दी गईं ताकि बढ़ती उम्र और तनावपूर्ण लाइफस्टाइल के कारण विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूक रह सकें। यहां डॉक्टरों की सलाह पर ईसीजी, ईको स्क्रीनिंग यूरोफ्लोमेट्री और बोन मिनरल डेंसिटी जांच भी कराई गई। लोग अक्सर अपने स्वास्थ्य की अनदेखी कर देते हैं और उचित खानपान भी नहीं रखते। अपने स्वास्थ्य की निगरानी के लिए उनके कद, वजन और संपूर्ण फिटनेस की जांच भी कराई गई ताकि उचित परामर्श दी जा सके।
डॉ. सुभाष चंद्रा ने बताया, 'खराब और श्रमरहित लाइफस्टाइल के कारण कार्डियोवैस्कुलर रोगों (सीवीडी) में वृद्धि गैर—संचारी रोगों के लिए एक बड़ा खतरा है जिस कारण देश में मृत्यु दर अधिक है। ज्यादातर भारतीय हार्ट अटैक के लक्षणों से अनजान रहते हैं इसलिए इस तरह के सार्वजनिक कार्यक्रम से हम उनमें जागरूकता बढ़ाने का अवसर पाते हैं। इस कार्यक्रम का मकसद लोगों को हार्ट अटैक की रोकथाम और इससे बचाव के तरीके समझाना है जबकि इसमें स्वस्थ खानपान, सैर, व्यायाम और नियमित शारीरिक गतिविधियों की अहम भूमिका होती है और इन सबसे आप अपने दिल को सेहतमंद रख सकते हैं।'
डॉ. वाईपीएस राणा ने बताया, 'अलीगढ़ और आसपास के लोगों में बदलते लाइफस्टाइल और डायबिटीज तथा हाई ब्लड प्रेशर के बढ़ते मामलों के कारण पिछले कुछ वर्षों में किडनी रोगों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है। यही कारण है कि डायलिसिस कराने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। स्वस्थ किडनी सुनिश्चित करने के लिए सही समय पर रोग की डायग्नोसिस कराना और जरूरी बचावकारी उपाय अपनाना जरूरी है। यदि किसी को चेहरे या पैरों में सूजन हो, कूल्हे में दर्द, पेशाब करते वक्त दर्द या जलन महसूस हो, पेशाब में झाग आता हो तो यह नेफ्रिटिस के लक्षण हो सकते हैं। लोगों को इस तरह के लक्षणों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए और इनमें से कोई भी लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।'
डॉ. भूपेंद्र प्रताप भारती ने कहा, 'हमारा मुख्य मकसद लोगों को स्वस्थ जीवन जीना सिखाना है। यदि लोग अपने रोगों के लक्षणों और इसकी शुरुआती जांच कराने के महत्व को जान जाएं तो हम आधा युद्ध जीत चुके होते हैं।'